Month: November 2024

कर्म संन्यास योग – अध्याय 5कर्म संन्यास योग – अध्याय 5

अध्याय 5: कर्म संन्यास योग                            इस अध्याय में श्रीकृष्ण कर्म संन्यास योग (कर्मों के त्याग का मार्ग) की तुलना कर्म योग (भक्ति में काम करने का मार्ग) से करते हैं।

Introduction to Ved-IIntroduction to Ved-I

Basics of VED (वेद) 1. वेद क्या हैं? – प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथ, जिनमें ज्ञान और जीवन-मार्ग बताया गया है। 2. वेदों का मुख्य उद्देश्य क्या है? – धर्म, अर्थ, काम

देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमादेव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा

कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के रूप में मनाते हैं। इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इस उपलक्ष्य में लोग दीपदान करते हैं और इसे

अध्याय 4: ज्ञान कर्म संन्यास योगअध्याय 4: ज्ञान कर्म संन्यास योग

• ज्ञान – इसका तात्पर्य ज्ञान, बुद्धि या आध्यात्मिक बुद्धि से है। • कर्म – यह क्रिया या कर्मों को दर्शाता है, जो अक्सर किसी के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से

अध्याय 3 – कर्मयोग क्या होता है?अध्याय 3 – कर्मयोग क्या होता है?

गीता में जिस मुख्य चीज़ का उपदेश बार-बार दिया गया है, वह ‘कर्मयोग’ ही है। निष्क्रिय किंकर्तव्यविमूढ़ अर्जुन के अन्दर कर्म का उत्साह भरने के लिए ही गीता की रचना

देवउठनी एकादशी – श्री हरि विष्णु संभालेंगे पुनः कार्यभारदेवउठनी एकादशी – श्री हरि विष्णु संभालेंगे पुनः कार्यभार

दीपावाली के 11 दिन बाद देव प्रबोध उत्सव और तुलसी के विवाह को देवउठनी ग्यारस कहते हैं। एकादशी को यह पर्व बड़े उत्साह से मनाया जाता है। क्षीरसागर में शयन

भगवद् गीता अध्याय 2 – सांख्य योगभगवद् गीता अध्याय 2 – सांख्य योग

भगवद गीता के दूसरे अध्याय को “सांख्य योग” के नाम से जाना जाता है। यह अध्याय अर्जुन की मानसिक स्थिति को स्पष्ट करता है और श्रीकृष्ण द्वारा दी गई शिक्षाओं

भगवद् गीता – प्रथम अध्याय – अर्जुन विषाद योगभगवद् गीता – प्रथम अध्याय – अर्जुन विषाद योग

Chapter 1 of the Bhagavad Gita, titled Arjuna Vishada Yoga (अर्जुन विषाद योग), delves into Arjuna’s inner turmoil and anxiety as he faces the prospect of fighting his loved ones

GopashtamiGopashtami

श्री कृष्ण की गौ-चारण लीला की पौराणिक कथा:- भगवान ने जब छठे वर्ष की आयु में प्रवेश किया तब एक दिन भगवान माता यशोदा से बोले- मैय्या अब हम बड़े